SERENA WILLIAMS MOTIVATIONAL SPEECH
सेरेना विलियम्स (SERENA WILLIAMS) अमेरिका में जन्मी एक विश्व प्रसिद्ध टेनिस
स्टार हैं / जिहोनें आस्ट्रेलियाई ओपन , फ्रेंच ओपन , विम्बलडन ,अमेरिकी ओपन में
विश्व में अपना लोहा मनवाया है /उनके नाम कई विश्व प्रसिद्ध रिकॉर्ड हैं , और अभी
तक बनते ही जा रहे हैं /
सेरेना विलियम्स का जन्म 26 सितम्बर 1981 को अमेरिका के मिशिगिनी में एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ
था / उनके पिता रिचर्ड विलियम्स एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी चलाते थे / लेकिन
सेरेना विलियम्स ने आज विश्व प्रसिद्धी हासिल की है वे उनकी जी तोड़ मेहनत , लगन और
जिद के कारण हैं / आइए आज उनके द्वारा एक दी गयी स्पीच को पढ़ते हैं , जिसमें
उन्होंने सफलता के मन्त्र के साथ परिस्थितयों पर विजय कैसे हासिल की जाए के बारे
में बताया है /
“अपने चीयर लीडर खुद बनिए ,
स्वयं पर अपना भरोसा काम मत करिए” ---- सेरेना विलियम्स
"मैं आप सभी को यह बताना चाहती हूँ कि ,यह मायने नहीं रखता की आपकी क्या उम्र
है , आप कितने जवान है या बूढ़े / आप हर वो चीज हासिल कर सकते हैं जो आपने अपने
दिमाग के लिए तय की है / मैं हमेशा कहती हूँ कि अगर मैं कर सकती हूँ तो कोई भी कर
सकता है /
मैं जो ऐसा कह रही हूँ उसके पीछे एक वजह है क्योकि मुझे ऐसा बचपन नहीं मिला
जिसमें तमाम चीजे मुझे हाथ में दी गयी हों / मुझे हर एक वस्तु के लिए कड़ी मेहनत
करनी होती थी /अपने आपको झोकना होता था , दृढ़ संकल्पित होना होता था / और मैं ऐसा
करती थी /
वो चाहे खेल का मैदान हो या खेल के मैदान के बाहर , फिर वो शिक्षा की बात हो
या किसी व्यापार की बात हो / सभी में अनुशासन , कड़ी मेहनत और पक्के इरादे की जरूरत
होती है / इनमें भी सबसे ज्यादा जरूरत होती है खुद पर विश्वास करने की ,खुद पर
यकीन करने की , क्योकि मेरे जैसे कई लोग आप पर भरोसा नहीं करेंगे ,लेकिन आपको खुद
पर विश्वास बनाए रखना पड़ेगा / आप ही अपने चीयर लीडर होते हैं / आपको ही अपना सबसे
बड़ा और बेस्ट चीयर लीडर बनना है / आपको खुद पर भरोसा करते हुए खुद का सहयोग देते
रहना है / स्वयं पर कभी भी भरोसा काम नहीं करना है /
मेरे लिए यह सफ़र कभी आसान नहीं रहा / मैं यहाँ इसीलिए नहीं खडी हूँ कि मुझे
यहाँ सफलताएं मिली हैं / मुझे मेरे उतार चढ़ाव भी खूब याद हैं / जीवन में बहुत
मुश्किलें आई / एक दौर में मेरे दोनों फेफड़े में खून के थक्के जम गए थे / उसी समय
मुझे विवादों और हादसों से भी गुजरना पडा था / मैं जिन लोगों की तरह नहीं नजर आ
रही थी , उन्होंने मुझे नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी /
मैं उनसे ज्यादा मजबूत दिखती थी / मेरे शरीर के रंग के कारण भी अजीब बर्ताव
होता था / मैं महिला थी , इस वजह से भी लोग अनदेखा कर देते थे / मेरे आलोचक थे ,जो
कहते थे कि मैं कभी भी ग्रैंड स्लैम फिर से नहीं जीत पाउंगी, जब मैं केवल सात नंबर
पर होती थी / और आज मैं 21 ग्रैंड स्लैम टाइटल्स जीत चुकी हूँ , और बढ़ती ही जा रही
हूँ /"
कभी किसी को अपने आपसे ज्यादा मेहनत न करने दें /
जब मैं छोटी थी तो अक्सर
कहा करती थी कि मुझे बाहर निकलकर मेहनत करनी ही होगी , क्योकि रूस में कोई न कोई
नंबर वन बनने के लिए मेहनत कर रहा होगा / मुझे उससे ज्यादा मेहनत करनी है / तो आप
कह सकते हैं कि रूस में खेल रहे खिलाड़ियों ने मुझे कैलिफोर्नियाँ में रहते हुए
मेहनत करने को प्रेरित किया / मैं पूरे समय यह सोचती थी कि कहीं तो कोई होगा जो
मुझसे ज्यादा मेहनत कर रहा होगा और मुझे उसे हराना है /
आप जो भी करें अगर उसमें सफल होना है ,तो आपको कड़ी मेहनत करनी होगी / सफल होने
से मेरा मतलब केवल भौतिक सफलता से नहीं है बल्कि दिमागी रूप से शांति भी है / तो
किसी भी काम को करे तो अपने मेहनत का पूरा मजा लें / जब भी आपसे कोई कहे कि तुमसे
न हो पाएगा ,तो जान जाओ कि तुमसे ही होगा / लोग ऐसा इसलिए बोलते हैं क्योकि वे
नहीं कर पाते हैं और नहीं चाहते कि आप हासिल कर पाओ /
अगर मैं स्मैस भी करती हूँ , तो दिल से करती हूँ / जब आप कोई काम दिल से नहीं करते हैं , तो यह अहसास कभी न कभी तो होता ही है कि काश ! इसे पूरे दिल से किया होता / ऐसा अक्सर तब होता है , जब आप बूढ़े होने लगते हैं / मैं कहूँगी कि अपने लिए कोई अफसोस की जगह न रखिए ,और जो भी करिए पूरे दिल से करिए /”
इस पोस्ट से आपको कितनी प्रेरणा मिलती है Comment करके जरूर बताइए / ऐसे ही Motivational , Inspiring Story और Career सम्बन्धी पोस्ट के लिए पेज को जरूर Follow करें /
जय हिन्द //
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें