डर पर कैसे अंकुश लगाए / HOW TO OVERCOME FEAR
जरा सोचिए जो आप T.V. देखते हैं , ये किसके दिमाग का आईडिया रहा होगा ? जिस मोबाइल फ़ोन से आप घंटों बात करते हैं , चैटिंग करते हैं ,किसने ऐसी चीजें अपने दिमाग में सोची होंगी बनाने के लिए ? आप चंद घंटों में एक देश से दूसरे देश पहुच जाते है हवाई जहाज से / ये लोहे की मशीन बनाने का किसका IDEA रहा होगा ?
अब जरा फिर से एक पल के लिए इस सब सामानों या उपकरणों के बिना भी इस दुनिया
की कल्पना करके देखिए / कैसे लगेगी ये दुनियां ?
दोस्तों मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ ? क्योकि सदियाँ बीत गयी दुनियाँ कहाँ से कहाँ पहुच गयी , लेकिन अगर आज भी किसी से कह दीजिए की बड़ा सोचिए , नयी नयी कल्पनाओं के बारे में विचार किया करिए / या असंभव कुछ भी नहीं है , तो लोग आज भी आपका मजाक उड़ाने लगेंगे ,या आपको पागल या बुद्धू समझने लगेंगे /
क्योकि ऐसे लोग आज भी डरते हैं बड़ा सोचने से ? ऐसे लोग आज भी कूप मंडूप बनें हुए हैं / जिनका सिर्फ एक ही सपना होता है रोज कमाओ और रोज खाओ / इससे ज्यादा उनकी सोच न कभी थी ,और न कभी होगी / और ऐसे ही लोग न कुछ करते हैं और न ही दूसरों को करने देते हैं / बल्कि दुनिया भर के अनुभव बताएंगे जैसे सारी विद्याए इन्ही को पता है /और दुनियां इन्होने ही बनाई है /
अब आइए कुछ लोगों की बातें कर लेते हैं .........
सैमुएल मोर्स ने जब टेलीग्राफ की खोज का ऐलान किया था , तो क्या आपको लगता है की लोगों ने उनका स्वागत किया था , तालियाँ बजाई थी , वाह वाह किया था ? नहीं बिलकुल नहीं / बल्कि लोंगो ने उनका मजाक उड़ाया था /
मार्कोनी ने जब रेडियो बनाया तो लोगों ने क्या किया होगा ? वही जो आज तक किए हैं / मजाक उड़ाना , खिल्ली उडाना ,हंसी उडाना /
थॉमसअल्वा एडिसन के बारे में सभी जानते हैं / उनके जीवन काल में उन्हें भी कभी सम्मान नहीं मिला / जब लोगों से उन्होंने वायदा किया कि मैं एक ऐसा प्रयोग कर रहा हूँ की जिससे सभी लोग रोशनी में नहा लेंगे / तो लोंगो को विश्वास नहीं हुआ / और उन्हें भी नहीं बख्शा /
राईट बन्धु जिन्होंने उड़ने वाली मशीन बनाने में अपना कितना समय गुजार दिया / आपको क्या लगता है लोगों ने क्या कहा होगा ? कि हाँ तो जरूर करके दिखाएगा ! सवाल नहीं उठता दोस्तों / लोंगों ने मजाक ही बनाया / पागल तक कहा /
लेकिन इन तमाम लोंगों ने अपने कान में रुई डाल ली थी / धुन के पक्के थे / और जो चाहा वो कर दिखाया /
दुनियां का काम ही है कहना –
दुनियां , ये लोग किसी को नहीं छोड़ते / राम को नहीं बख्शा , बुध को नहीं छोड़ा / जिस साईं बाबा के मंदिर में आज सोने चांदी हीरे की मालाएँ चढ़ती हैं , उनके जीवित रहते लोग उन्हें दरवाजे से भगा देते थे / तो दोस्त आपको क्या लगता है की ये आपको बख्श देंगे ?
नहीं / लोंगों का काम ही है कहना / वो तब भी कहते थे ,आज भी कहेंगे और आगे भी कहते रहेंगे / आपका काम हैं लोगों की न सुनकर अपने दिल की आवाज सुनना / जो आप सपने देखते हैं ,वो आपका हक़ है उस पर विश्वास करके उसे पूरा करने का दायित्व आपका ही है /अगर आपको जीतना है , सफल होना है , अपने सपनों को सच में पूरा करना चाहतें हैं तो आपको बहरा बनना पड़ेगा / लोगों की बातों को चुपचाप इग्नोर करना पड़ेगा /
एक छोटी सी कहानी ......
एक बार एक स्कूल के बच्चे टूर करने पहाड़ी क्षेत्र में कहीं जा रहे थे /घूमते घूमते सभी बच्चों के दिमाग में आया कि क्यों न सामने वाली ऊंची पहाड़ी पर चढ़ा जाए ?
अब सभी बच्चे बड़े उल्लास और उत्साह के साथ ऊँची पहाड़ी पर चढ़ने लगे / और अभी चढते जा रहे थे / उन बच्चों को पहाड़ी पर चढ़ते देख आस पास के लोग वहां जमा हो गए ,और नजारा देखने लगे / थोड़ी देर बाद उनमें से कुछ लोग कमेंट्स पास करने लगे / तो कुछ लोग जोर जोर से चिल्लाने लगे अरे वो गिरा गिरा / तो कोई कहने लगा की अरे ये बच्चे बहुत दूर नहीं चढ़ पाएंगे / तो कोई कह रहा था कि बस थोड़ी देर में सभी आधे रास्ते से ही वापस आ जाएंगे / और ये सब वो सभी लोग जोर जोर से कह रहे थे और हंस रहे थे /
जिन बच्चों का ध्यान चढ़ाई पर था वो चढ़ते जा रहे थे , और जिन बच्चों के का ध्यान उन लोंगो की बातों में था वे एक एक करके धीरे धीरे वापस आना शुरू हो गए थे / कुछ देर में अधिकतर बच्चे आधे रास्ते से ही थक हार कर वापस आ गए / क्योकि लोगों की बाते उनके हौसलों को पस्त कर रहे थी ,और उनकी ताक़त कमजोर हो रही थी /
तभी लोंगों ने देखा कि एक बच्चा तेजी से पहाड़ी पर चढ़ता चला जा रहा था / जब वह पलट कर देखता कि लोग चिल्ला रहें हैं ,तो वो और तेजी से चढ़ने लगे / अन्ततः वह लड़का पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गया /
लोग अवाक रह गए थे / अब जब वह नीचे आया तो लोग बड़े आश्चर्य में थे और उसे चारो तरफ घेर कर खड़े हो गए / और पूछने लगे कि आखिर उसने ऐसा कैसे किया जबकि सभी बच्चे नहीं कर पाए /
तभी उसमें से एक दूसरे बच्चे ने बताया की ये लड़का सुन नहीं सकता है / ये बहरा है / तब लोग स्तब्ध हो गए /
तब इशारे से एक लडके ने उससे पूछा कि बताओ सबको कि तुम पहाड़ी पर कैसे चढ़े /
तब उसने बताया कि जब नीचे लोग जोर जोर से चिल्ला रहे थे , हंस रहे थे तब उनकी ख़ुशी देखकर मुझे लग रहा था कि ये सभी मेरा उत्साह बढ़ा रहे हैं / हौसला बढ़ा रहे हैं / तभी मेरे मन में और जोश आ गया , और मैं पूरे उत्साह के साथ और तेजी से चढ़ने लगा और पहाड़ी पर चढ़ गया /
तो दोस्तों कहानी का सार यही है ,तो जब लोग कहें कि तुमसे नहीं होगा , तब खुद से यही कहो कि ये हमसे ही होगा / जब लोग कहें कि कि तू नहीं कर पाएगा , तब खुद से वायदा कर लो की तुम्ही करके दिखाओगे / सफल होना है तो बहरा बनना पड़ेगा /
डर के आगे जीत है ----
दुनियां में सफल होने का कोई भी शार्ट कट नहीं होता है / आपकी लगन ,आपकी मेहनत ,आपका जूनून और आपकी अच्छी आदतें ही आपको कामयाब बनाती हैं /
लोंगो की बातों का डर , गरीबी का डर , अपने मन की शंका का डर आदि सभी प्रकार के डर अपने मन से एकदम निकाल दीजिए /डर सिर्फ एक वहम होता है / और नेगेटिव वहम ज्यादा दिन पालना ठीक नहीं होता है / क्योकि जिसकी जैसे सोच होती है , वैसे ही उसका भविष्य होता है /
“इसीलिए पहले तो ये विश्वास करिए कि आप वो शख्स हैं, जो सब कुछ कर सकते हैं / आप जैसा दुनियां में कोई दूसरा नहीं है / आप स्वंय खुद के सबसे बड़े दोस्त हो / आप जो कुछ भी चाहते हो सब सब हासिल कर सकते हो /क्योकि अनंत ब्रम्हांड की अनंत शक्तियां आप में मौजूद हैं /”
जीवन का एकमात्र जो सबसे बड़ा सत्य है वो है “मौत”/ जो एकदिन सबको आनी है तो डर अब किस चीज का और कैसा डर / जो भी जीवन में आपका समय है उसका भरपूर उपयोग करिए और अपने सपनों को पूरा करने में जी जान लगा दीजिए /
लोंगो का क्या है , वो तो तब भी बोलेंगे जब आप जीत जाएंगे , और तब भी बोलेंगे जब आप हार जाएंगे / इसीलिए बहरे बन जाइए और बड़े सपने देखिए और उसे पूरा कीजिए /
“डेल कर्नोगी” जो कि अमेरिकी लेखक हैं, इनकी “बेस्टसेलर” और “हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल “ आज बहुत लोकप्रिय है , इन्होने कहा है .........
- असफलता को सफलता में बदलो / निराशा और असफलता ,सफलता के राह में आने वाले एक निश्चत रोड़े हैं /
- आलोचना ,निंदा और शिकायत कोई भी मूर्ख कर सकता है और ज्यादातर मूर्ख हमेशा यही करते हैं /
- पहले आप उत्साहित होने का नाटक करिए , बाद में आप सच में उत्साहित हो जाएंगे /
- अगर तुम अपनी जिन्दगी से ऊब चुके हो , तो फिर अपने आपको किसी ऐसे काम में झोक दो ,जो आप वास्तव में दिल से चाहते हो / अब उसी के लिए जिओ और उसी के लिए मरो
- पहले कठिन काम पूरे कीजिए ,आसान काम अपने आप पूरे हो जाएंगे /
- जिस काम को करने में आपको डर लगता है ,उसे जरूर कीजिए और करते रहिए / अपने डर पर विजय पाने का सबसे पक्का और असरदार तरीका यही है /
- अपनी मौजूदा स्थिति और स्वंय के लिए अफसोस करना , न केवल अपनी ऊर्जा की बरबादी करना है , बल्कि ये सबसे बुरी आदत है /
ये पोस्ट आपको कैसी लगी COMMENT BOX में जरूर COMMENT करिए / कोई विचार या स्टोरी , थॉट आपके हों तो जरूर सुझाव
दे /
जय हिन्द //
Nice
जवाब देंहटाएं