रविवार, 2 फ़रवरी 2025

Success key in life , 80/20 का नियम

 

80/20 का नियम क्या है?

 मित्रों जीवन में सफलता ( success ) सभी पाना चाहते हैं और प्रत्येक व्यक्ति इसी के लिए दिन रात अपने अपने स्तर से लगे रहते हैं / व्यवसाई अपने व्यवसाय में अधिकतम सफल (success) होना चाहता है तो विद्यार्थी अपनी शिक्षा(education) और करियर ( career) को बनाने में / एक खिलाड़ी सबसे आगे रहना चाहता है / अतः मेहनत (hard work) तो सभी करते हैं पर सफलता ( success )कितनों को मिलती है ? एक मजदूर पूरे दिन मेहनत यानि कड़ी मेहनत ( hard work) करता है, पर भारत जैसे देश में कितना कमा ( earn ) लेता है ? मात्र 400 या 500 रुपए ! इसी प्रकार जानवरों में गधा सबसे ज्यादा काम करता है, पर कितना सम्माननीय है ? अर्थात एक देश की अधिकतम सम्पति मुट्ठी भर लोंगों के पास है / सभी शिक्षित लोंगों के बीच में सही ज्ञान ( education) और जानकारी ( knowledge ) कुछ ही लोंगों के पास है / खिलाड़ी तो बहुत हैं पर सफल और स्टार नाम मात्र के हैं /


ऐसा क्यों क्या आप लोंगों ने कभी सोचा है ?

आज आप सभी को एक सटीक नियम (accurate rule) बताता हूँ, जिसको यदि ईमानदारी से आप फॉलो करते हैं तो निश्चित ही अपने अपने क्षेत्र में अवश्य सफल (success) होंगे / इस नियम को सभी सफल लोग अपनाते हैं /

80/20 का नियम :-  

      इसे हम पारेतो का नियम या सिद्धांत (rule)भी कहते हैं / इसे इटली के अर्थशाष्त्री विल्फ्रेड़ो पारेटो ने सन 1896 ई. में प्रस्तुत किया था / उस समय इटली के समाज में आर्थिक विषमताएं (Economic disparities) बहुत थी / उन्होंने देखा कि देश की 80% संपत्ति देश के 20% लोंगो के पास है / और इसी विषमता को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता थी और लोंगों को इस नियम के बारे में बताया गया / इस नियम को उस समय देश के विभिन्न क्षेत्रों में लागू किया जाने लगा / धीरे धीरे देखा गया कि इस नियम का चमत्कारिक प्रभाव देखने को मिलने लगा /

तो, आखिरकार 80/20  का नियम क्या है, और हम इसे अपनी जिंदगी में कैसे लागू कर सकते हैं? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

 

80/20 (पारेतो रूल) का नियम: बुनियादी अवधारण :- 

 तो चलिए इस सिद्धांत को विस्तार से समझकर इसे अपने जीवन में लागू करते हैं /

80/20 अर्थात पारेतो रूल का सिद्धांत है कि , किसी भी काम में सफल होने के लिए केवल काम करना ही जरूरी नहीं होता बल्कि क्या करें और क्या न करे इसको भी समझना जरूरी होता है / उदहारण के लिए दुनियां में सबसे अधिक मेहनत मजदूर वर्ग करता है लेकिन रिजल्ट के तौर पर वह सबसे गरीब होता है , इसी प्रकार भारत जैसे देशों में किसान हार्ड वर्कर होता है लेकिन उसकी जीवन की स्थिति आज भी दयनीय बनी है , जबकि उन्ही किसानों की उपज को खरीद कर व्यवसाई ( अढ़तिया ) अच्छा धन कमा लेते हैं और उनकी स्थिति बेहतर होती जाती है / इसका सीधा सा मतलब है कि परंपरागत तरीके से सिर्फ मेहनत करने से ही सफलता नहीं मिलती है बल्कि उसके लिए 80/20 जैसे रूल को अपनाना पड़ता है / यह सिद्धांत यही बताता है कि हमें 80% यानि अधिकतम सफलता हमें 20% स्मार्ट वर्क करके प्राप्त किया जा सकता है l या ऐसा समझ लीजिए कि , 20% कारणों से ही 80% सफलता मिलती है / यह नियम  हमेशा बिल्कुल सटीक अनुपात में नहीं होता, लेकिन यह सिद्धांत अधिकांश स्थितियों में सही साबित होता है।

 

80/20 का नियम हमारे जीवन में कैसे काम करता है ?

 व्यापार और कार्यक्षेत्र :-

         80/20 के नियम के अनुसार यह है कि एक संगठन या व्यवसाय की सफलता का बड़ा   हिस्सा कुछ विशेष कामों या ग्राहकों से आता है। यदि हम इन 20 प्रतिशत महत्वपूर्ण पहलुओं के बारीकियों पर ध्यान केंद्रित करें, तो हम अपने प्रयासों के द्वारा बेहतर ढंग से अपने व्यवसाय को नया  आयाम दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यापार का 80 प्रतिशत या अधिकतम मुनाफा कुछ ही उत्पादों या कुछ विशेष ग्राहकों या सेवाओं से आता है, तो इन विशेष सेवाओं या ग्राहकों या उत्पादों पर विशेष ध्यान देने पर ही पूरी कंपनी की आय में वृद्धि हो सकती है।

समय प्रबंधन :-

               80/20 का नियम को यदि हम अपने व्यक्तिगत जीवन में फॉलो करें तो यह हमारे जीवन को  भी बहुत प्रभावित कर सकता है। अधिकतर  हम अपने जीवन में दिनभर छोटी-छोटी गैर जरूरी  गतिविधियों या फालतू के कामों में अपना समय बर्बाद कर देते हैं, जबकि जो अधिकतम महत्वपूर्ण कार्य हैं जिससे हमारे जीवन की काया ही बदल सकती है पर ध्यान नहीं देते। अगर  हम सभी यह पहचान लें कि हमारें जीवन के वो कौन से महत्वपूर्ण 20 प्रतिशत काम हैं जो 80 प्रतिशत परिणाम दे सकते या देते हैं, तो हम सभी अपने समय का बेहतर उपयोग अपने जीवन को सफल बनाने में कर सकते हैं। उदाहरण के लिए , अगर आप विद्यार्थी हैं और आपके अध्ययन के समय में कुछ विषय या विशेष स्किल्स आपको ज्यादा प्रभावित करती हैं, तो आप उनपर कुछ विशेष ध्यान देकर अपने लक्ष्य को जल्दी हासिल कर सकते है।

 स्वास्थ्य और फिटनेस :-

      स्वास्थ्य फिटनेस में भी 80/20 का नियम लागू होता है। अगर आप हमेशा  शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं तो बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमें सिर्फ कुछ विशेष और  सीमित रूप से अपने सही आहार और व्यायाम पर ध्यान देने की जरूरत होती है। 80 प्रतिशत रिजल्ट आपके द्वारा किए गए उस 20 प्रतिशत काम से आते हैं जो हम अपनी अच्छे स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए सही तरीके से करते हैं। अगर हम अपनी फिटनेस के लिए जो कि सबसे जरूरी सबसे प्रभावी है , व्यायाम, योग और आहार को प्राथमिकता दे तो निश्चित ही अच्छे परिणाम पा सकते हैं। बहुत से लोग गलत नियम , गलत खानपान और अपनी गलत दिनचर्या के कारण मोटापे से परेशान हो जाते हैं / लेकिन अपने मन और जीभ में कण्ट्रोल न कर पाने के कारण मोटापे को कम नहीं कर पाते और धीरे धीरे blood pressure और sugar के मरीज हो जाते हैं / जब कि थोड़ी सी केयर और मेहनत से ये समस्याएँ दूर हो जाती हैं l 80/20 का नियम आपको हार्ड वर्कर नहीं बल्कि स्मार्ट वर्कर बनाता है / 

80/20 का नियम जीवन के अन्य पहलुओं में :-  

1.      रिश्ते और सामाजिक जीवन:

     80/20 के नियम से हमारे रिश्ते भी अछूते नहीं हैं / आपके दुःख में और सुख में आपके विशाल मेलजोल वालों में कुछ ही लोग आपका साथ दे पाते हैं / वही आपके करीब होते हैं और आपके जीवन को प्रभावित करते हैं / तो अगर जो हमारे दुःख सुख के साथी है उन्ही रिश्तों पर ही हम अपना ध्यान केन्द्रित करे और उन्हें सही दिशा में आगे बढाए तो बहुत सारा फिजूल का पैसा , धन और समय की बचत हो सकती है और हमारा सामजिक और आर्थिक जीवन समृद्ध और ख़ुशी भरा हो सकता है /

2     व्यक्तिगत विकास:

              जीवन के किसी भी क्षेत्र वो चाहे व्यवसाय हो , एजुकेशन हो , करियर हो, या जीवन की छोटी छोटी गतिविधियाँ सभी क्षेत्रों में 80/20 के नियम को लागू किया जा सकता है / क्योकि जीवन की बड़ी से बड़ी सफलता के कारणों पर अगर ध्यान दिया जाए तो केवल 20% कारण ही होंगे जिसके कारण आप सफल होते हैं / अर्थशास्त्र का एक नियम है कि मानव जीवन की आवश्यकताएं असीमित हैं और साधन तो सीमित हैं / ऐसे परिस्थिति में हमारी सभी आवश्कताएँ तो एक बार में पूरी नहीं हो सकती / इसीलिए हम अपनी सभी जरूरतों को उनकी जरूरतों के आधार पर लिस्टेड करतें हैं / फिर पहले जो सबसे जरूरी है पहले उसके लिए प्रयास करते हैं / फिर उसके बाद की जरूरत को पूरा करने के लिए प्रयास करते हैं / इस प्रकार क्रम से अपनी आवश्कताओं को उनकी जरूरतों के आधार पर पूरा करने का प्रयास करते हैं / अंत में बहुत सी जरूरतें जो बहुत विशेष नहीं होती हैं उन्हें हम साधनों के आभाव में छोड़ देते हैं /

इसीप्रकार 80/20 के नियम में हम सफल होने के लिए सब कुछ नहीं करते बल्कि वो करते हैं जो हमें हमारे सफलता तक पहुचने का साधक बनें /

 

80/20 का नियम कैसे लागू करें?

पहचानें कि क्या महत्वपूर्ण है:

     किसी भी काम को करने का जो उद्देश्य होता है वह है उसमे सफल होना / तो सफल होने के लिए सबसे पहले हमें अपने काम में सफलता के जो कारक हो सकते हैं उन्हें पहचानना जरूरी है / या उन गलतियों को भी पहचाचना जरूरी है जिसके कारण आप सफल होने से चूक रहे हैं / क्योकि एक सफल व्यक्ति अन्य से कुछ अलग और कुछ विशेष ही करता है / वह अलग कार्य क्या है या वह विशेष कार्य क्या है इसे लिखना जरूरी है / क्योकि वाही 20% कारक ही 80% परिणाम पैदा करते हैं / गधो की तरह जी तोड़ बिना दिमाग के मेहनत से कोई सफलता नहीं मिलती है / सफल होने के लिए कुछ ही कारक होते है न कि पूरा का पूरा काम / जिसे हम विशेष स्किल कहते हैं / उन्ही विशे यानि 20% कारण को पहचानना जरूरी है /

 अपने लक्ष्य और काम पर फोकस करें: 

काम करने के तरीकों पर ध्यान केन्द्रित करें / अपने काम के 20% गतिविधियों और कामों पर ध्यान दे लेकिन इसका यह मतलब जरा भी नहीं कि 80% कामों को भूल जाए / हमें 20% कार्य जो महत्वपूर्ण हैं उनपर विशेष नजर रखना चाहिए , उन्हें प्राथमिकता देना चाहिए / साथ ही साथ बाकी के कार्य को भी करते रहना चाहिए / उदहारण के लिए यदि किसी बच्चे ने एक एग्जाम पास करने के लिए पूरे साल बड़ी लगन और मेहनत से अपने पूरे सिलेबस को तैयार किया है / जब एग्जाम का समय आया तो उसे प्रीवियस इयर्स के पेपर सोल्व करने चाहिए , क्योकि इससे मन का डर ख़त्म होता है , कॉंफिडेंट बढ़ता है तथा साथ ही साथ पेपर देने की स्किल तय समय के अन्दर बढाती है / लेकिन ये मान लेना कि इन्ही पेपर्स से ही आपके एक्साम्स होंगे ये गलत होगा / अर्थात आपको अपने पढ़े साल भर के सिलेबस को revise करना चाहिए / जिससे आपकी पकड़ मजबूत होगी और एग्जाम में अच्छे मार्क्स आएँगे /   

समय का सही उपयोग करें:
अपने समय का सही से इस्तेमाल करने के लिए, उन सभी महत्वपूर्ण कार्यों में अधिक समय बिताएं जो वास्तव में आपके रिजल्ट्स को अच्छा बना सकते हैं । यह आपको सफलता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने में मदद करेगा /

अपने कार्यों की निरंतर समीक्षा करें:-

    हमेशा याद रखना चाहिए कि इस धरती पर कोई भी चीज हमेशा स्थिर नहीं रह सकती / तो आपके जीवन में भी स्थितियों का बदलना लाजमी है / इसी प्रकार जो आपके सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य यानि 20% कार्य हैं उनमें भी बदलाव हो सकता है , इसीलिए नियमित रूप से आपके द्वारा जो भी कार्य किये जाते है उनकी समीक्षा या आकलन होती रहनी चाहिए , और अपने लक्ष्य और प्राथमिकताओं पर ध्यान देते रहना चाहिए /

 

निष्कर्ष / सीख

    80/20 का नियम हम सभी के लिए एक ताकतवर रूल है जो हमें हमारे द्वारा किए गए प्रयासों और समय का सही तरीके से प्रबंधन करने में हमारी मदद करता है। यदि हम अपने जीवन के किसी भी कार्य में यह सिद्धांत लागू करते हैं, तो हम अधिक प्रभावी या मजबूती से अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। चाहे आप अपने व्यवसाय में हों, या व्यक्तिगत जीवन में, या पढाई अथवा करियर में , निश्चित ही  80/20 का नियम आपको सफलता की ओर ले जा सकता है। यदि इस नियम को आप अपने जीवन में फॉलो करते हैं , तो आप अपने जीवन को ज्यादा सरल और संतुलित बना सकते हैं, और साथ ही साथ जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं उन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

अगर आप इस सिद्धांत का पालन करेंगे तो जीवन में सफलता और संतुष्टि पाना निश्चित है।

तो दोस्तों ये आर्टिकल आप सभी को कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइए / और अगर 80/20 रूल को अपनाकर बताइए कि आप अपने जीवन के किस क्षेत्र में सफल हुए / जय हिन्द /

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